Lata Mangeshkar Last Wish: लता मंगेशकर की वो आखिरी ख्वाहिश, जो 130 करोड़ हिंदुस्तानियों को करनी होगी पूरी Feb 6th 2022, 06:44 28 सितंबर 1929 को जब मराठी और कोंकणी संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर (Dinanath Mangeshkar) के घर बेटी लता का जन्म हुआ तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह बेटी आगे चलकर दुनिया भर में उनका नाम रोशन करेगी। हुआ भी वही। लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने जैसी लोकप्रियता पाई, जो सम्मान पाया, वह किसी और के नसीब में नहीं। भारत रत्न, दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड समेत नैशनल फिल्म अवॉर्ड पाने वालीं लता मंगेशकर ने 5 साल की नन्ही सी उम्र से करियर की शुरुआत की और 6 दशकों तक लोगों के दिलों पर राज किया। लता मंगेशकर ने अपनी जिंदगी में तमाम तकलीफें झेलीं, खूब स्ट्रगल किया, पर उन्होंने कभी किसी का बुरा नहीं चाहा। एक बार तो ऐसा हुआ था कि किसी ने लता मंगेशकर को खाने में जहर दे दिया था। तब बड़ी मुश्किल से लता मंगेशकर की जान बचाई गई थी। लता मंगेशकर के मन में भी इस बात की टीस रही कि उन्होंने कभी किसी का बुरा नहीं किया तो फिर कोई क्यों उनके साथ ऐसा करेगा? लता चाहती थीं कि लोग उन्हें हमेशा ऐसी शख्सियत के तौर पर याद करें कि उन्होंने कभी किसी का बुरा नहीं सोचा। अपनी यह दिली-इच्छा लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू में जाहिर की थी। अब जब लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं हैं, तो यह वीडियो सामने आया है। लता मंगेशकर का 6 फरवरी की सुबह 8:12 बजे निधन हो गया। वह कोरोना और निमोनिया से जूझ रही थीं और डॉक्टर के मुताबिक, उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। जिस वीडियो क्लिप की बात हो रही है, उसे इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया है। पढ़ें: वीडियो में लता मंगेशकर कह रही हैं, 'मैं चाहती हूं कि लोग मुझे ऐसे याद करें कि मैंने कभी किसी का बुरा सोचा नहीं। कभी किसी का बुरा किया नहीं। अपने गाने की जरिए देश की सेवा करने की कोशिश की। कितनी की, वो मुझे मालूम नहीं। चूंकि मैं फिल्मों में गाती हूं, पर इसके अलावा बता नहीं सकती हूं। लेकिन इच्छा बहुत है।' लता मंगेशकर के जन्म का नाम हेमा था, लेकिन पिता दीनानाथ ने अपने नाटक के एक किरदार से प्रभावित होकर उनका नाम लता मंगेशकर रख दिया था। |